Wednesday 18 October 2017

Quraan ke jhoot aur taureti sadaqa 17

मेरी तहरीर में - - -
क़ुरआन का अरबी से उर्दू तर्जुमा (ख़ालिस) मुसम्मी
''हकीमुल उम्मत हज़रत मौलाना अशरफ़ अली साहब थानवी''का है,
हदीसें सिर्फ ''बुख़ारी'' और ''मुस्लिम'' की नक्ल हैं,
और तबसरा ---- जीम. ''मोमिन'' का है।
नोट: क़ुरआन में (ब्रेकेट) में बयान किए गए अलफ़ाज़ बेईमान आलिमों के होते हैं,जो मफ़रूज़ा अल्लाह के उस्ताद और मददगार होते हैं और तफ़सीरें उनकी तिकड़म हैं और चूलें हैं.
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क़ुरआन में कई अच्छी और कई बुरी हस्तियों का नाम बार बार आता है , जिसमे उनका ज़िक्र बहुत मुख़्तसर होता है। पाठक की जिज्ञासा उनके बारे में बनी रहती है कि वह उनकी तफ्सील जानें।  मुहम्मद ने इन हुक्मरानों का नाम भर सुना था और उनको पैग़म्बर या शैतान का दरजा देकर आगे बढ़ जाते हैं , उनका नाम लेकर उसके साथ मन गढ़ंत लगा कर क़ुरआन पढ़ने वालों को गुमराह करते हैं। दर अस्ल यह तमाम हस्तियां यहूद हैं जिनका  विवरण तौरेत में आया है, मैं उनकी हक़ीक़त बतलाता हूँ , इससे मुहम्मदी अल्लाह की जिहालत का इन्किशाफ़ होता है। 

क़ुरआन के झूट - - - और तौरेती सदाक़त  


इलियास (एलियास)

 इलियास यहूद का नबी था। रवायत है कि सुमारिया का हुक्मराँ अब्जिया बीमार हुवा तो उसने अपने क़ासिद को एक्रोन बालजियूब देवता के पास भेजा कि वह पूछ कर आए कि वह ठीक होगा या नहीं ? रस्ते में उसकी मुलाक़ात सर पे टोप पहने और कमर में पट्टा कैसे इलियास से हुई। इलियास ने क़ासिद से कहा जाकर राजा से कह दे , क्या इस्राईल में खुदा नहीं कि राजा तुझे एक्रोन भेज रहा है ? कहना तू जिस खाट पर पड़ा है उससे कभी उठ नहीं पाएगा और मर जाएगा। जब यह बात राजा तक पहुंची तो उसने ५० सिपाह इलियास को गिरफ्तार करने के किए भेजा। मौके पर पहुचने से पहले सभी सिपाह आग की बरसात में जल मरे।  राजा ने दोबारा दस्ता  भेजा , उनका भी हश्र वैसा ही हुवा इलियास की बद्दुआ के शिकार हो गए। राजा ने तीसरा दस्ता भेजा जिसका मुखिया समझदार था। उसने अपनी दलीलों से इलियास को राज़ी कर लिया कि व राजा के पास चले। इलियास राजा के पास पहुँच कर भी अपनी ही बात दोहराई ,'' क्या क्या इस्राईल में खुदा नहीं कि - - - तू जिस खाट पर पड़ा है उससे कभी उठ नहीं पाएगा " थोड़ी देर में राजा मर गया। 
कहते हैं कि खुदा ने इलियास को मुजस्सम जन्नत के लिए उठा लिया था जिसकी खबर इल्यास को पहले ही हो गई थी। वह अपने शागिर्दों को लेकर उर्दन नदी के पार गया। अपनी चादर को मार के उसने नदी में खुश्क रास्ता निकल लिया , फिर सभों ने नदी पार किया।  एक बवंडर आया और इलियास को जन्नत के लिए उड़ा  ले गया। 



जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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