Monday, 19 October 2020

अद्ल


 अद्ल 

अद्ल के अर्थ हैं न्याय इंसाफ़, सत्यानिष्ट, सत्य पौरुष. 
अद्ल शब्द ज़ेहन में आते ही शरीर में एक झुरझुरी सी दौड़ जाती है. 
मैं कलम उठाता हूँ तो अद्ल की तलवार सामने आकर खड़ी हो जाती हैं. 
अद्ल से ज़रा हट कर सोचते ही अद्ल मेरे मुंह पर तमाचा रसीद कर देती है 
कि तुझे अदालत में आना है. आदिल बन. 
मेरी बातों में लोग तरह तरह की गुंजाइशें गढ़ लेते हैं , 
हिन्दू मुझ पर फब्तियां कस देते हैं 
और मुसलमान तो ख़ैर लअनत की धिक्कार बरसाते ही रहते हैं. 
हिन्दी के साथ साथ ज़्यादः पोस्टें मेरी उर्दू में होती हैं 
जोकि शायद पाकिस्तानियों के काम भी आती हों, 
ख़ुशी की बात है कि वह मुझे हज़्म करते हैं. 
डर के मारे कोई कमेन्ट नहीं करते मगर मेरी क़द्र करते है. 
कोई अनुचित भाषा उनकी मेरे लिए नहीं होती, 
शायद उनको मेरी ज़रुरत है. 
कुछ दिनों से मैंने अपने हिन्दू भाइयों को जागृत करना शुरू किया है तो 
मेरे कुछ दोस्तों को रास नहीं आ रहा. 
दोनों कौमें सच को न पसंद करके धार्मिक मिथ्य को ज़्यादः पसंद करती हैं. 
अद्ल मुझे धक्का दिए रहता है कि आगे बढ़.
ग़ालिब कहता है ,
 मरे काशी में, तो काबे में गाड़ो बरहमन को,
वफ़ा दारी बशर्त ए उस्त्वारी अस्ल ईमां है.
***  
जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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