मुज़फ्फ़र नगर का नमूना
मनुवादी कभी भी पाक साफ़ या पवित्र हो ही नहीं सकता,
अगर इनमे कोई पाक साफ़ होने पर आमादा हो जाए
तो उसे मनुवाद शूद्र बना देता है,
यह बात ख़ुद मनु स्मृति कहती है.
आज कल संविधान के डर से किसी को शूद्र कहना भी अपराध है,
इस लिए मनुवादी उसे देश द्रोही कह कर प्रताणित करते हैं.
मनुवादी तो देश की जन संख्या को देखते हुए
मुट्ठी भर भी नहीं, चुटकी भर हैं.
जैसे चुटकी भर यहूदियों का इंटरनेट पूरी दुन्या पर ग़ालिब है
उसी तरह मनुवाद देश पर अपनी टेक्निक से नहीं,
अपने तिकडम से देश पर ग़ालिब हैं.
देश द्रोह और देश पेम के जाल में शूद्र सपूत फंसे हुए हैं
इनकी शाखाओं में फंस कर इनके संरक्षक बन चुके हैं,
राम की वानर सेना की तरह.
इन सेवकों को इस्लाम का जिन दिखला कर भयभीत किया जाता है.
बजरंग दल अपने ही मुस्लिम भाइयों को इस बात के लिए प्रताड़ित करता है कि
तुम हमें छोड़ कर क्यूँ मुक्त हुए ?
घर वापसी करो. हम चमार और भंगी उनकी कृपा से बदल चुके हैं,
हमारी जगहें ख़ाली हो रही हैं ,
तुम उसे पुर करो.
वरना मुज़फ्फ़र नगर का नमूना तुम्हारे सामने है.
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जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान
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