मुहम्मद सब से आगे
मनु महाराज अपनी स्मृति में लिखते हैं कि शूद्रों का साया भी अगर किसी बरहमन पर पड़ जाए तो वह अपित्र हो जाता है और उसको स्नान करना चाहिए,
इस क़िस्म की बहुत सी बाते दर्शाती हैं कि
जैसे इनको जीने का हक़ बरहमन की सेवा के बदले ही है - - -
इसी तरह यहूदियों को उनके ख़ुदा यहवह ने नबी मूसा को ख़्वाब दिखलाया कि
तुम दुन्या की बरतर क़ौम हो और एक दिन आएगा जब
तुम्हारी क़ौम दुन्या के हर क़ौम पर शाशन करेगी,
कोशिश जारी रहे - - -
मेरा अनुमान है कि बरहमन जो बुनयादी तौर पर आर्यन हैं,
इन के पूर्वज मनु मूसा वंशज एक ही ख़ून हैं.
यहूदी और ब्राह्मणों का ज़ेहनी मीलान बहुत कुछ यकसाँ है.
दोनों के मूल पुरुष इब्राहीम, अब्राहाम, अब्राहम, बराहम, और ब्रह्मा एक ही लगते हैं.
अब यह बात अलग है कि अतिशियोक्ति पसंद पंडितों ने ब्रह्मा का रूप तिल का ताड़ नहीं बल्कि तिल का पहाड़ बना दिया.
मुहम्मद मूसा और मनु से भी चार क़दम आगे हैं,
इन दोनों ने विदेशियों से नफ़रत सिखलाया और
यह जनाब कफिर और मुशरिक़ बना कर अपने ही भाई बन्धुओं को अछूत बना रहे है.
***जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान
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