ज्ञान
मेरे दोस्त गण कभी कभी मुझे अज्ञानी होने की उलाहना देते हैं
और मुझे अधकचरे ज्ञान होने का ताना देते है.
मैं ज्ञान की भूल भुलय्या से निकल चुका हूँ.
जहाँ तक समझ चुका हूँ कि सत्य को किसी ज्ञान की ज़रुरत नहीं.
सत्य का ज्ञान से कोई संबंध नहीं.
मैंने पाया है बड़े से बड़ी असत्य को सत्य साबित करने वाले महा ज्ञानी होते हैं. बाइबिल तौरेत क़ुरान गीता वेद और दूसरे ग्रंथ इसके साक्षी हैं,
महा मूरख श्रद्धालु इनके शिकार हैं.
सत्य की राह ही हमको हमारे माहौल को, हमारे समाज को और हमारे देश को सम्पूर्णता पथ प्रदर्शित कर सकती है.
"सत्य बोलो मुक्ति है" के बोल मुर्दों के लिए अनुचित है,
"सत्य बोलो मुक्ति है" जिन्दों को हर सांस में सम्लित करने की ज़रुरत है.
कडुवा सत्य मीठा हो जाएगा.
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जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान
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