Friday 5 July 2019

एक लक़ब उम्मी भी है


एक लक़ब उम्मी भी है        

बहुत से लक़बों (उपाधियों) के साथ साथ तथा-कथित पैग़मबर मुहम्मद का एक लक़ब उम्मी भी है जिसके के लफ़्ज़ी मानी होते हैं अनपढ़ और जाहिल. 
ये लफ़्ज़ किसी फ़र्द को नफ़ी (न्यूनता की परिधि) में ले जाता है 
मगर बात मुहम्मद की है तो बात कुछ और ही हो जाती है. 
इस तरह उनके तुफ़ैल में उम्मी शब्द पवित्र और मुक़द्दस हो जाता है. 
ये इस्लाम का ख़ास्सा है. 
वैसे उम्मी हिब्रू शब्द है भाषा का है, 
हिब्रू न जानने वाला यहूदी समाज में उम्मी कहा जाता है. 
इस्लामी इस्तेलाह (परिभाषा) में कई अलफ़ाज़ आलिमों के साज़िशों से 
अस्ल मअनी कुछ के कुछ हो गए हैं जिसे आगे आप देखेंगे. 
मुहम्मद निरे उम्मी थे, मुतलक़ जाहिल. 
क़ुरआन उम्मी, अनपढ़ और अक़ली तौर पर उजड, 
मुहम्मद का ही कलाम (वचन) है जिसे उनके गढ़े हुए 
अल्लाह का कलाम कहा जाता है. 
इसको क़ुराने-हकीम भी कहा जाता है यानी हिकमत से भरी हुई बातें.
क़ुरआन के बड़े बड़े हयूले बनाए गए, 
बड़ी बड़ी मर्यादाएं रची गईं, 
ऊंची ऊंची मीनारें क़ायम की गईं, 
इसे विज्ञान का जामा पहनाया गया, 
तो कहीं पर रहस्यों का दफ़ीना साबित किया गया है. 
यह कहीं पर अज़मतों का निशान बतलाया गया है तो कहीं पर जन्नत की कुंजी, और हर सूरत में नजात (मुक्ति) का रास्ता, 
निज़ामे हयात (जीवन विद्या) तो हर अदना पदना मुसलमान 
इस क़ुरआन कह कर फूले नहीं समाता, 
गोकि दिनोरात मुसलमान इन्हीं क़ुरानी आयतों की ग़ुमराही में मुब्तितिला, 
पस्पाइयों में समाता चला जा रहा है. 
आम मुसलमान क़ुरआन को अज़ ख़ुद कभी समझने की कोशिश नहीं करता, उसे हमेशा अपने ओलिमा (धर्म ग़ुरु) ही समझाते हैं.
इस्लाम क्या है? 
इसकी बरकत क्या है? 
छोटे से लेकर बड़े तक सारे मुसलमान ही दानिश्ता और ग़ैर दानिश्ता 
तौर पर इस के झूठे और खोखले फ़ायदे और बरकतों से जुड़े हुए हैं. 
सच पूछिए तो कुछ मुट्ठी भर अय्यार और बेज़मीर मुसलमानों का 
सब से बड़ा ज़रीया मुआश (भरण पोषण) इस्लाम है 
जो कि मेहनत कश, इसी तबके के अवाम पर मुनहसर करता है, 
यानी बाक़ी क़ौमों से बचने के बाद ख़ुद मुसलमान, 
मुसलमानों का इस्तेह्साल (शोषण) करते हैं. 
दर अस्ल यही मज़हब फ़रोशों का तबक़ा, 
ग़रीब मुसलमानों का ख़ुद दोहन करता है और 
दूसरों से भी इस्तेह्साल कराता है. 
वह इनको इस्लामी जेहालत के दायरे से बाहर ही निकलने नहीं देता.
*** 

जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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