Tuesday 11 June 2019

महा भारत

महा भारत

सेकुलर अकबर ने एक रोज़ अपने वज़ीर अबुल फ़ज़ल से कहा, 
महा भारत का तर्जुमा फ़ारसी में किया जाए ताकि हिन्दुस्तान का मुक़ाम आलमी सतह पर क़ायम हो सके.
दो हफ़्ते ग़ुज़र गए, अकबर ने फिर अबुल फ़ज़ल को याद दिलाया और दरियाफ़्त किया, कहाँ तक पहुंचे?   
अबुल फ़ज़ल ने कहा सरकार ! महा भारत का अध्धयन चल रहा है. 
महीना ग़ुज़रा तो फिर अकबर ने अबुल फ़ज़ल से पूछा, 
महा भारत की शुरुआत हुई ?
अबुल फ़ज़ल ने जवाब दिया अभी शुरुआत में ही अटका हुवा हूँ हुज़ूर. 
बादशाह ने पूछा, आख़िर माजरा क्या है ?
अबुल फ़ज़ल ने कहा, दर अस्ल मुआमला यह है कि महा भारत के शुरुआती किरदार ही हसबन और नसलन मशक़ूक़ और नाजायज़ हैं 
अकबर :- वह कैसे ?
अबुल फ़ज़ल :- हुज़ूर ! हिन्दुओं में एक प्रथा नियोग की हुवा करती है .
अकबर :- वह क्या हैं ? 
अबुल फ़ज़ल :- वह यह कि इनके नपुंसक महानुभाव अपनी पत्नियों का गर्भाधान किसी हिष्ट पुष्ट और योग्य पुरुष से मावज़ा देकर कराते हैं, 
जैसे गायों के लिए सांड किराए पर लिए जाते हैं.
एक राजा ने गौतम ऋषि को किराए पर लेकर अपनी तीनों रानियों का गर्भा दान कराया, इनसे जन्मित तीनों रानियों के राज कुमार महा भारत के बुनयादी किरदार हैं . इसके प्रचार और प्रसार से हिदुस्तान की शोहरत कम बदनामी ज़्यादः होगी .
अकबर सर पकड़ कर बैठ गया कि उसका तैमूरी ख़ून गैरत में आ गया था.
अबुल फ़ज़ल ने कह एक ग़ुज़ारिश और है हुज़ूर !
जलाल उद्दीन अकबर सरापा सवालिया निशान बन कर अबुल फ़ज़ल को देखा 
और पूछा, वह क्या है ?
अबुल फ़ज़ल ने बतलाया ,
महा भारत के किरदार में पांडु नाम के पांच भाई हुआ करते हैं 
जिन्हों ने मुश्तरका तौर पर एक औरत से ही शादी की है. 
द्रोपदि अपने शौहरों की, देवरों और जेठों की तनहा बीवी है.
लाहौल वला क़ूवत - - - अकबर के होटों पर आ गया,
अबुल फ़ज़ल ने कहा हुज़ूर ! 
इसे पढ़ कर फ़ारसी दानों को और उनके समाज को क्या पैग़ाम जाएगा ?
सुन कर बादशाह चीखा, 
ख़ामोश ! 
तख़लिया !!
महा भारत को बी आर चौपड़ा ने बड़ी कामयाबी के साथ फ़िलमाया . 
इसके प्रसारण के वक़्त सड़कों पर कर्फ्यू का आलम होता.
तब हिन्दू समाज में सहिस्नुता सहिषणुता का अंबार था, 
यही हिम्मत आज कोई मासूम रज़ा करके दिखलाए ?
फिल्म बैंड ही नहीं हो जाएगी,
मुल्क में फ़साद की नौबत आ जाएगी .
***
जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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