Tuesday 19 January 2021

धन्यविवाद योगी जी + मोदी जी.


धन्यविवाद योगी जी + मोदी जी.

अजीब साज़िश है कि अनजाने में योगी महाराज का मुसलमानों के ख़िलाफ़ उठाया गया हर क़दम, मुसलमानों के हक़ में उनकी बेहतरी के लिए होता है, यहाँ तक कि मोदी महान का भी हर इरादा भी.
हज के सफ़र में भारत सरकार ने जो अनुदान (ख़ैरात) रोका है, वह मुसलमानों को ख़ैरात खो़री अथवा दान भक्षक न बन्ने का पैग़ाम देता है. 
एक इस्लामी सूफ़ी कहता है - - - 
"जिस्म पर पहने हुए लिबास में एक गिरह कपड़ा भी अगर मुफ़्त का, चोरी का या ख़ैरात का अगर होता है तो उस बन्दे की नमाज़ अल्लाह क़ुबूल नहीं करता."
अब आगे ज़रुरत है कि मुसलमानों को हज के फ़ुज़ूल ख़रची से बचाया जाए. 
दुन्या के इतनी बड़ी मुस्लिम आबादी मक्का पहुँच कर शैतान को कंकड़ मरने जाती है ? शैतान तो अल्लाह की तरह ज़मीन पर हर जगह मौजूद है, कहीं भी उसको सजदा किया जा सकता है या कंकड़ मारा जा सकता है. 
मुसलमान हज को फ़ुज़ूल ख़रची मान कर अपनी बचत को अपनी नस्लों को तालीम के मैदान में उतारें, जहाँ कोई रूकावट नहीं. 
बेशक बर्फ़ानी बाबा के बर्फीले तानासुल (लिंग) के दर्शन में मग्न आस्था वानों को वह (मोदी और योगी) बढ़ावा देते रहें और उनको निचोड़ते रहें.  
तीन तलाक़ भी मुस्लिम समाज में मूज़ी बीमारी की तरह फैला हुवा है. इसे भी कोई मोदी ही ख़त्म कर दिया है. इससे मुस्लिम  समाज और मज़बूत होगा और तथा कथित लव जिहाद का चलन और मज़बूत हो जाएगा, हिन्दू लड़कियाँ जल जाने से बेहतर लव जिहाद के मैदान में कूदना पसंद करेंगी.
 मदरसों को MODERN EDUCATIN से सुसज्जित करना तो योगी महाराज का बहुत बड़ा क़दम होगा, बेहतर है कि उनके लौंडे कैलाश पर्बत चढ़ते रहें और कांवड़ ढोते रहें.
लाउड स्पीकर पर पाबंदी, सबसे ज़्यादा हराम खो़र मुल्लों को अपाहिज बनता है जो पाँच वक़्त अज़ान देकर, किसी वक़्त भी तबलीग़ करके जनता के कान खाते हैं मुसलमानों के असली दुश्मन यही हैं, उसके बाद ही पुजारीयों का. 
इस अपराध से मुसलमानों को कोई योगी ही बचा सकता है.  
धन्यविवाद योगी जी + मोदी जी.

जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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