Tuesday 16 June 2020

किंव्य कर्तव्य विमूढ़

किंव्य कर्तव्य विमूढ़ 

तीनों सेना के सृजित नए पद पर विराजमान, 
रिटायर्ड होने के बजाए पदोन्नति पाए हुए, 
साहब ! बुद्धि जीवियों को बुद्धि हीन साबित कर रहे हैं, 

इसके पहले के सेना अध्यक्ष ने, एक साल गोलमाल करके नाजायज़ नौकरी की, 
रिटायर्ड मेंट पर तोहफ़े में मिनिस्टर बने फिर रहे हैं. 

सर्वोच्च न्याधीश, न्याय के मुंह पर कालिख पोत कर राज्य सभा के मिम्बर हो गए. तड़ी पार देश का डिक्टेटर बन गया ?? 
आर्थिक स्रोत की सारे ढलान गुजरात की ओर जा रहे हैं, 
बुद्धि जीवी सब खुली आँख देख रहे हैं.
जिनके पास सिर्फ़ आँख और बुद्धि बची है, 
बाक़ी अंग भंग कर दिए गए हैं.
जनता की नपुंसकता का इलाज किसी हकीम के पास नहीं.
हमारे देश का भविष्य क्या होने वाला है ?   
कहीं कोरोना ही तो नहीं ? ?


जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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