Thursday 5 April 2018

indu Dharm 163


अम्बेडकर-उर-रसूल अल्लाह 

आज 2 अप्रेल को, कुछ posts देखने को मिल रही हैं कि 
दलितों को मुसलमानों ने दलित बनाया है.
मनुवादी झूट की एक तह और अपने वाद पर लगा रहे हैं. 
दलित दोसतो ! 
अखंड भारत (भारत+पाकिस्तान+बांगला देश) की आधी जन संख्या 
जिन्हें मुसलमान कहा जाता है, वह सभी मनुवाद की जाल से निकल कर धर्म परिवर्तन किए हुए यही मजलूम दलितों के भाई बन्धु है. 
वह पहले निकल चुके हैं, तुम अभी तक जाल में फंसे हुए हो. 
ख़ुदा न ख्वास्ता मैं तुमको मुसलमान नहीं बनाना चाहता हूँ, 
बल्कि मुसलमानों को तुम्हारा साथ दिलाना चाहता हूँ कि 
मज़हबी फ़रेब से बहर होकर अपने भाइयों का साथ दें, 
भले ही उनको अम्बेडकर-उर-रसूल अल्लाह कहना पड़े. 
अम्बेडकर - - - अम्बेडकर-उर-रसूल अल्लाह हो भी सकते हैं, 
१२४००० रसूल ज़मीन पर हुए हैं तो उनमे अंबेडकर क्यूँ नहीं हो सकते ?
मनुवादियों ने अंबेडकर को अंबेडकर राम बना लिया है, 
तुम भी सोचो.
इंसानियत पर लगे कलंक मनुवाद का नाश हो - - - .


जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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