Thursday 19 December 2019

साइंसटिफ़िक टुरुथ क्या है


साइंसटिफ़िक टुरुथ क्या है.   
            
अगर आप के पास वक़्त है तो पूरी ईमान दारी के साथ, 
फ़ितरत को गवाह बना कर इन क़ुरआनी आयतों का मुतालिआ करें. 
मुतराज्जिम की बैसाखियों का सहारा क़तई न लें, ज़ाहिर है वह उसकी बातें हैं, अल्लाह की नहीं. 
मगर अगर आप ग़ैर फ़ितरी बातों पर यक़ीन रखते हैं कि 2+2=5 हो सकता है 
तो आप कोई ज़हमत न करें और अपनी दुन्या में महदूद रहें.
मुसलमानों के लिए इस से बढ़ कर कोई बात नहीं हो सकती 
कि क़ुरआन को अपनी समझ से पढ़ें और अपने ज़ेहन से समझें. 
जिस क़दर आप समझेंगे, क़ुरआन बस वही है. 
जो दूसरा समझाएगा वह झूट होगा. 
अपने शऊर, अपनी तमाज़त और अपने एहसासात को हाज़िर करके 
मुहम्मद की तहरीक को परखें. 
आपको इस बात का ख़याल रहे कि आजकी इंसानी क़द्रें क्या हैं, 
साइंसटिफ़िक टुरुथ क्या है. 
मत लिहाज़ करें मस्लेहतों का, सदाक़त के आगे. 
बहुत जल्द सच्चाइयों की ठोस सतह पर अपने आप को खड़ा पाएँगे.
आप अगर मुआमले को समझते हैं तो आप हज़ारों में एक हैं, 
अगर आप सच की राह पर गामज़न हुए तो हज़ारों आपके पीछे होंगे. 
इंसान को इन मज़हबी ख़ुराफ़ात से नजात दिलाइए.  
***
जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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