Thursday 17 May 2018

Hindu Dharm 181




लिंग पूजा  

योगियों, योगिनों स्वामी और साध्वियों के बयानों को पढ़ पढ़ कर पानी सर से ऊंचा हुवा जा रहा है, मेरे पाठक क्षमा करें कि सीमा लांघ रहा हूँ.
वह कहते हैं हिन्दू बच्चो की कतारें लगाएँ, 
porn फ़िल्में देखें, स्व-लिंग पूजा करें, 
यह वही नामर्द और नामुराद लोग हैं जो अपनी पौरुष शक्ति से एक चूहा भी पैदा नहीं कर सके.
हिजड़े होते होते रह गए, गेरुवे बन गए . 
इन्हों ने शिव लिंग मंदिर बनवा दिए अपनी औरतो के लिए, 
इनकी औरतों नें शिव लिंग को पूजना शुरू किया और अपनी वासना को लिंग की आराधना में ठंडा कर लिया.
यह आत्म ज्ञान और आत्म ध्यान में इतना डूबे कि वाह्य ज्ञान से बेख़बर रह गए. अपना जीवन तो ख़ुशियों से वंचित कर लिया अब दूसरों को राय दे रहे है कि 8, 8 बच्चे पैदा करके तुम भी जीवन की ख़ुशियों वंचित हो जाओ.

डा तो गडिया ने पौरुष वर्धन दवा भी हिन्दुओं के लिए ईजाद कर लिया है. 
६०० की लिंग वर्धन को खरीदने पर १०० रुपिए की छूट भी दे रहे हैं.
धिक्कार है ऐसे मदारियों पर जो अपनी कमियों को छिपाने के लिए जनता को मूर्ख बनाए हुए हैं.

सुदर्शन TV का जोकर हिन्दू जागरण की यात्रा कर रहा है जहाँ पहाड़ जैसे "झूटों" का प्रचार हो रहा है, लोगों को समझाया जा रह है कि मुसलमान देश में जन संख्या को 8.8 % की दर से बढ़ा रहे है और हिन्दू केवल 1.2% . अफ़ग़ानी तालिबान की राह चल कर 10-12 बच्चे पैदा करो.
उन्हें खिलाएं पिलाएंगे वह जो स्वयम दूसरों की मेहनत पर गुज़ारा करते है ?

इस्लाम में ब्रह्म चर्य हराम है जो १००% सही है. 
इसकी बहस को ख़ुद अपने दिमाग़ में गति दें कि 
इस पर पूरी किताब लिखने की ज़रुरत होगी. 
ब्रह्म चर्य तो ठीक वैसे ही है जैसे माली अपने पेड़ को फलने फूलने न दे,
किसान अपनी फसलों को लहलहाने न दे.
इस धरती का सारा कारोबार SEX पर आधारित है, 
धरती का दारोमदार SEX है.
कुछ लोगों में इसमें दिल चस्पी कम हो सकती है, 
जबकि उनके लिए इसके मुक़ाबिले में कोई और विषय हो, 
जो मानव जाति  के लिए वरदान हो.
उनको मुनकिर का सलाम,


जीम 'मोमिन' निसारुल-ईमान

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